MP में मानसून कब शुरू होगा और कितनी बारिश होगी? जानें मौसम विभाग का नवीनतम अपडेट
MP Monsoon Report: मौसम विभाग का कहना है कि मध्य प्रदेश का दक्षिणी भाग छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी-बालाघाट से मानसून प्रदेश में पहुंच जाएगा, फिर अन्य भागों में पहुंच जाएगा।
मध्य प्रदेश में प्री-मानसून एक्टिव होने से कई जिलों में तापमान लगातार गिर रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार (14 जून) को राज्य के कई भागों में बारिश होने की संभावना है। पिछले 24 घंटों में राज्य के कई जिलों में आंधी और बारिश हुई है। गुरुवार को छिंदवाड़ा और राजगढ़ में सबसे अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि 15 से 20 जून तक मानसून भी राज्य में आएगा।
15 जून से 20 जून के बीच मध्य प्रदेश में मानसून आएगा। मौसम विभाग का कहना है कि मध्य प्रदेश का दक्षिणी भाग छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी-बालाघाट से मानसून प्रदेश में पहुंच जाएगा, फिर अन्य भागों में पहुंच जाएगा। मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में मानसून 20 जून तक पहुंच जाएगा: प्रदेश की राजधानी भोपाल, 22 जून तक आर्थिक राजधानी इंदौर और 24 जून तक महाकाल की नगरी उज्जैन।
MP में इस बार कितनी बारिश होगी?
MP Monsoon Report: ग्वालियर-चंबल सबसे आखिरी में मानसून आएगा। याद रखें कि 2023 में प्रदेश में मानसून 25 जून तक पहुंचा था। इस सीजन में मध्य प्रदेश में जमकर मानसून बरसेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि जून से सितंबर, यानी चार महीने तक एमपी में 104 से 106 प्रतिशत बारिश होगी। यह आम से चार से छह फीसदी अधिक है। राज्य में औसत बारिश 949 मिमी होती है।
2023 में भी राज्य में पूरी बारिश हुई। इस बार भी इससे अधिक आंकड़े होने की उम्मीद है। पूर्वी मध्य प्रदेश के चार संभाग रीवा, जबलपुर, सागर और शहडोल में सामान्य से कम 98-99 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है, जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश के छह संभाग भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, नर्मदापुरम और चंबल में 101 से 102 प्रतिशत बारिश होने की उम्मीद है।
Weather Report: मौसम विभाग का अलर्ट, 14-15-16 जून को इन जिलों में होगी जोरदार बारिश
मध्य प्रदेश का मौसम समान है। कहीं बारिश होती रहती है तो कहीं गर्मी पड़ती रहती है। अरब सागर की ब्रांच और बंगाल की खाड़ी थोड़ी कमजोर हो गई हैं। यही कारण है कि एमपी में मानसून दो दिन देर से आएगा। प्री मानसून बारिश अभी भी कई जिलों में जारी है।
MP Monsoon Report: मध्य प्रदेश में मानसून दो दिन लेट गया है क्योंकि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की ब्रांच कमजोर हो गई हैं। 15 जून को मध्य प्रदेश में मानसून आता है। आधे प्रदेश में भारी गर्मी से लोग बेहाल हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में प्री मानसून की बारिश अभी भी जारी है। बुधवार को राजगढ़, छिंदवाड़ा और रायसेन-सागर सहित कई जिलों में बारिश हुई। खजुराहो राज्य का सबसे गर्म शहर वहीं था। छतरपुर, रीवा, सतना और सिंगरौली में भारी गर्मी का सामना हुआ। वहीं राजगढ़ के नरसिंहगढ़ और बड़वानी के सेंधवा ब्लॉक में लगभग आधे घंटे बारिश हुई। इंदौर में भी रात को बदरा बरस पड़ा।
MP Monsoon Report: इसलिए मानसून आएगा दो दिन लेट
वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन प्री-मानसून एक्टिविटी का कारण हैं, मौसम विभाग भोपाल की वरिष्ठ वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया। मंगलवार को महाराष्ट्र के कई भागों में मानसून रहा। अब अरब सागर की ब्रांच और बंगाल की खाड़ी थोड़ी कमजोर हो गई हैं। यही कारण है कि राज्य में मानसून एक या दो दिन देर से आएगा। 15 जून मानसून की सामान्य तारीख है।
मानसून पिछले साल सात दिन आया था लेट
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 15 जून मध्य प्रदेश में सामान्य रूप से मानसून आता है। 17 तारीख को राज्य अब दस्तक दे सकता है। 2023 में, मानसून लगभग सात दिन देरी से 24 जून को एमपी पहुंचा था। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार बारिश अपेक्षाकृत अधिक होगी, हालांकि पिछले साल भी कम हुई थी।
MP Monsoon Report: कुछ जिलों में आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है
MP Monsoon Report: मौसम विभाग ने भोपाल, विदिशा, देवास, नीमच, सीहोर, खरगोन के महेश्वर, इंदौर, शाजापुर, खंडवा के ओंकारेश्वर, पांढुर्णा, डिंडोरी, सिवनी में मौसम परिवर्तन का अलर्ट जारी किया है। 50 किमी प्रति घंटा की आंधी और आकाशीय बिजली की गिरावट का अनुमान है। साथ ही बालाघाट, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, उदयगिरि, राजगढ़, अलीराजपुर, धार, सागर, दमोह, अनूपपुर के अमरकंटक, रायसेन और बड़वानी जिलों में हल्की गरज के साथ बिजली गिरने की आशंका है।